Monday 4 July 2011

जीवन के जोखिम

हंसने में मूर्ख समझ लिए जाने का खतरा है.
रोयें तो भावुक मान लिए जाने का खतरा है.
उंगली थमा दें तो हाथ जकड़े जाने का खतरा है.
अपनी बात रखें तो चुप कराये जाने का खतरा है.
किसी का कुछ ज़ाहिर कर दें तो अपने राज़ उभर आने का खतरा है.
अपनी सोच दुनिया तो बताएं तो सपनों के चोरी हो जाने का खतरा है.
प्यार तह-ए-दिल से करें तो बेवफाई का खतरा है.
जीने में मरने का खतरा है.
उम्मीदें पालें तो मायूसी का खतरा है.
कोशिश करें तो नाकामयाबी का खतरा है.
लेकिन जीवन में खतरे तो उठाने ही पड़ते हैं. बिना खतरों के जीवन भी कैसा जीवन! जीवन में खतरे नहीं उठाने पर दुःख-दर्द को कुछ दूर रखा जा सकता है लेकिन कुछ भी नया सीखने, महसूस करने, बदलने, बढ़ने, प्यार पाने, और जीने के लिए खतरे उठाने पड़ते हैं.

मुल्ला नसरुद्दीन का भाषण

एक बार शहर के लोगों ने मुल्ला नसरुद्दीन को किसी विषय पर भाषण देने के लिए आमंत्रित किया. मुल्ला जब बोलने के लिए मंच पर गया तो उसने देखा कि वहां उसे सुनने के लिए आये लोग उत्साह में नहीं दिख रहे थे.
मुल्ला ने उनसे पूछा – “क्या आप लोग जानते हैं कि मैं आपको किस विषय पर बताने जा रहा हूँ?”
श्रोताओं ने कहा – “नहीं.”
मुल्ला चिढ़ते हुए बोला – “मैं उन लोगों को कुछ भी नहीं सुनाना चाहता जो ये तक नहीं जानते कि मैं किस विषय पर बात करनेवाला हूँ.” – यह कहकर मुल्ला वहां से चलता बना.
भीड़ में मौजूद लोग यह सुनकर शर्मिंदा हुए और अगले हफ्ते मुल्ला को एक बार और भाषण देने के लिए बुलाया. मुल्ला ने उनसे दुबारा वही सवाल पूछा – “क्या आप लोग जानते हैं कि मैं आपको किस विषय पर बताने जा रहा हूँ?”
लोग इस बार कोई गलती नहीं करना चाहते थे. सबने एक स्वर में कहा – “हाँ.”
मुल्ला फिर से चिढ़कर बोला – “यदि आप लोग इतने ही जानकार हैं तो मैं यहाँ आप सबका और अपना वक़्त बर्बाद नहीं करना चाहता.” मुल्ला वापस चला गया.
लोगों ने आपस में बातचीत की और मुल्ला को तीसरी बार भाषण देने के लिए बुलाया. मुल्ला ने तीसरी बार उनसे वही सवाल पूछा. भीड़ में मौजूद लोग पहले ही तय कर चुके थे कि वे क्या जवाब देंगे. इस बार आधे लोगों ने ‘हां’ कहा और आधे लोगों ने ‘नहीं’ कहा.
मुल्ला ने उनका जवाब सुनकर कहा – “ऐसा है तो जो लोग जानते हैं वे बाकी लोगों को बता दें कि मैं किस बारे में बात करनेवाला था.” यह कहकर मुल्ला अपने घर चला गया.

मुल्ला नसरुद्दीन

एक दिन मुल्ला का एक दोस्त उससे एक-दो दिन के लिए मुल्ला का गधा मांगने के लिए आया. मुल्ला अपने दोस्त को बेहतर जानता था और उसे गधा नहीं देना चाहता था. मुल्ला ने अपने दोस्त से यह बहाना बनाया कि उसका गधा कोई और मांगकर ले गया है. ठीक उसी समय घर के पिछवाड़े में बंधा हुआ मुल्ला का गधा रेंकने लगा.
गधे के रेंकने की आवाज़ सुनकर दोस्त ने मुल्ला पर झूठ बोलने की तोहमत लगा दी.
मुल्ला ने दोस्त से कहा – “मैं तुमसे बात नहीं करना चाहता क्योंकि तुम्हें मेरे से ज्यादा एक गधे के बोलने पर यकीन है.”

“दुनिया में कोई भी… कुछ भी पूरी तरह गलत नहीं है. रुकी हुई घड़ी भी दिन में दो बार सही वक़्त बताती है”.

Always Smile in ur Life

दर्द कैसा भी हो आंख नम न करो
रात काली सही कोई गम न करो
एक सितारा बनो जगमगाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो
बांटनी है अगर बाँट लो हर ख़ुशी
गम न ज़ाहिर करो तुम किसी पर कभी
दिल कि गहराई में गम छुपाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो
अश्क अनमोल है खो न देना कहीं
इनकी हर बूँद है मोतियों से हसीं
इनको हर आंख से तुम चुराते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो
फासले कम करो दिल मिलाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो..

Sunday 3 July 2011

Three Things in Life

Three things in life that, once gone, never come back -

(1)- Time
(2)- Embeded Words
(3)- Opportunity

Three things in life that may never be lost -

(1)- Peace
(2)- Hope
(3)- Honesty

Three things in life that are most valuable -

(1)- Love
(2)- Self-confidence
(3)- Friends

Three things in life that are never certain -

(1)- Dreams
(2)- Sucess
(3)- Fortune

Three things that make a man/woman -

(1)- Hardwork
(2)- Sincerity
(3)- commitment

Three things in life that can destroy a man/woman -

(1)- Alcohol
(2)- Pride
(3)- Anger

Three things in life that, once lost, hard to build-up -

(1)- Respect
(2)- Trust
(3)- Friendship

Three things in life that never fail -

(1)- True love
(2)- Determination
(3)- Belief

Take care of these things